Thursday 10 October 2013

भगवान को पाना है ????????????????

भगवान बदमाश का है  ??????????
क्यों इसमें क्या गलत लिख दिया जो आपको फिर मुहं  बनाने की जरूरत पड़ गयी !!!!!!!!!! अच्छे लोगो को भगवान तभी दर्शन देते है जब वो अपना शरीर गला डाले ..........लम्बी तपस्या करें ( पता नहीं भगवान कितना दुःख देकर सामने आना चाहते है .............) अनशन करके सरकार को भी जगाना पड़ता है और आमरण अनशन करके भगवान मिलता है ............क्या समझे सरकारका मतलब भगवान को पाना!!!!!!!!!!!!!! इसी लिए तो सरकार माफ़ कीजियेगा भगवान को किसी के सुख दुःख से मतलब नहीं रहता ...........क्योकि कुछ भी अच्छा बुरा हो कहना तो यही है ना कि सरकार ?????????? फिर गलती हो गयी मेरा मतलब भगवान कि कोई मर्जी होगी ...............पर रावन को यह सब नहीं करना है उसको अपने लिए सोने की लंका बनाना है सबकी माँ बहन कन है और सारे सुख लूटते हुए इतना आतंक फैला है कि भगवान को आना पड़े .....अब तो मान गए ना कि भगवान बदमाश की ही सुनते है ............और एक आप है जो किसी बदमाश के बदमाशी की बुराई करते है ....आपको इन बदमाशो के चरण धो धो कर पीना चाहिए क्योकि इनकी हर निम्न हरकत के कारन ही तो भगवान पृथ्वी पर आयेंगे !!!!!!!!!!!!!!! हर्रा लगा न फिटकरी और रंग भी चोखा !!!!!!!!!!! मैं जनता हूँ आप इसी लिए न तो किसी के बलात्कार पर बोलते है न किसी की हत्या पर बोलते है और अपने सामने मारी गयी लड़की को देखने के बाद भी बयां देते या देती है कि मुझे तो ऐसी किसी घटना का पता नहीं ...........अब ऐसे ही लोगो के कारन ही तो भगवान आयेंगे ....................लेकिन धैर्य रखिये भगवान खुद निर्धारित करता है कि कितने जुर्म होने के बाद उसको पृथ्वी  पर आना है !!!!!!!!!!!!!!१ मानते है कि नहीं भगवान को भी जुर्म से कोई परहेज़ नहीं है ..खूब करो क्योकि जुर्म उसके लिए भी कोई अनुचित बात नहीं है ..फिर हम लोग क्यों एक आदर्श राज्य की कल्पना करते है ???????? शर्म नहीं आती आप सबको एक तरफ भगवान की पूजा करते है और दूसरी तरफ उसकी ही इच्छा ( जुर्म जरुरी है ) का विरोध करते है .........और भला भगवान कहा अपना विरोध देख सकता है ??????? क्या आपने कोई जुर्म होते देखा है ??????/तो बिलकुल कही ना बताये क्योकि ये तो भगवान की मर्जी है और जुर्म के हिस्से दार बन कर इतना जुर्म कर डालिए कि उसको खुद अपनी कृति ( मानव ) को बनाने पर शर्म आने लगे और कितनी अच्छी बात है कि आप तो बेशर्म निकले लेकिन भगवान शर्मसार हो जाता है और अपनी गलती ( मानव बनाने ) को सुधारने पृथ्वी पर आ जाता है ....................अब और क्या चाहिए आपको जुर्म किया और दर्शन भगवान के हुए .......इतना मुनाफे का सौदा कही मिलेगा ??????????????? आज से ही क़त्ल करना शुरू कर दीजिये ( विरोध करने की आपकी औकात तो है नहीं ) जब नदी में पानी जगह खून बहने लगे तब तो भगवान आयेंगे ये क्या बात हुई कि भगवान ने आपको पृथ्वी पर भेज दिया और खुद स्वर्ग में मजे ले रहा है उसको भी औकात बता दो और देखिएगा जिसने आपको बनाया वोखुद दौड़ आएगा और आप इस दुनिया में वो देख लेंगे जो मुमकिन नहीं था ................कभी सुना कि किसी के अच्छे काम के लिए भगवान ने पूरी दुनिया को दर्शन दिया हो ????????? अगर दिया तो सिर्फ उसी को जिसने तपस्या की पर अगर आप बदमाश है तो भगवान पूरी दुनिया के लिए सामने आता है तो फिर कौन सा काम बढ़िया है !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! अब क्या ये भी बताना पड़ेगा ???????? अरे अरे ये सरकारी पैसा कहा चोरी करके भाग रहे हो ?????? लड़की को तमाचा क्यों मारा??????? चाकू लेकर कहा चल दिए ???????????? चलिए भगवान को पाने का रास्ता तो जान गए ?????? अब ये ना कहियेगा कि दुनिया में कुछ गलत हो रहा है !!!!!!!!!!! ये तो भगवान को लेन का रास्ता है ......जय जय हो बदमाश महराज ...आपकी वजह से हम सब भगवान को देख पाएंगे ?????????? क्या आप इस आन्दोलन में शामिल है ?????????( व्यंग्य समझ कर पढ़ा जाये ..इस से किसी का कोई सम्बन्ध नहीं है )

Wednesday 9 October 2013

क्या आप भूखे नंगे है ???????????

भूखे नंगो में संभावना है !!!!!!!!!!!!!!
इसमें मैंने क्या कुछ गलत कहा ?? खैर आपको यह भी व्यंग्य ही लगेगा क्योकि आपको सच सुनने की आदत जो नहीं ??? है अरे भाई मनुष्य जब इस दुनिया में आया तो नंगा और भूखा था और तभी तो आप आज कपडे में दिखाई दे रहे है !!!!!!!!! पर आपको तो अभी भी लोगो में गरीबी दिखाई दे रही है .......तो ठीक ही तो है कितने अमीर दुनिया में नाम कर पाए है ??????? एक किसान का बेटा ही नेपोलियन बन सकता है ................लिंकन बन सकता है और लाल बहादुर शास्त्री बन सकता है ...........और लीजिये एक चाय बेचने वाले का बेटा देश का प्रधानमन्त्री बन सकता है ..........माफ़ कीजियेगा बन सकता है ..........क्या अब भी आपको नही लगता कि भूखे नंगो में ही संभावना है और अब ये तो बताने की जरूरत नहीं ना कि स्वतंत्रता के ६६ साल बाद भी देश में भूखे नंगे ज्यादा क्यों है ????????? महँ लोग तो इन्ही में से पैदा होंगे !!!!!!!!!!!!! ये लो क्या ये नहीं पता कि गुदड़ी में ही लाल होते है ....................अब आपको अपने गरीबी पर अफ़सोस नही होगा और शुरू कर दीजिये हो सकता गरीबी से कल आप भी एक महान व्यक्ति बनने जा रहे हो ....................कहते है ते का जाने पीर परायी ....जा के पैर न पड़ी बिवाई ...........तो गरीबी के अद्भुत मन्त्र को जानने के लिए आज ही गरीब बनिये औत मुफ्त में बन जाइये महान ...............है ना कमाल का सौदा .............क्या कलाम साहब भूल गए .या फिर माशेलकर ( दोनों भारत के बड़े वैज्ञानिक )................है ना गरीबी में जादू तो गरीबी को देख कर इतना मुह क्यों सिकोड़ रहे है .............कीचड़ से ही तो कमल निकलता है ................अब ना कहियेगा कि देश में गरीबी है क्योकि हम दूरदर्शी है और एक दिन आएगा जब दुनिया के सबसे ज्यादा महान ( गरीबी ज्यादा है ) यही से पैदा होंगे !!!!!!!!!!!!!!! अब आप ये क्या कर रहे आप कपडे क्यों उतार!!!!!!!!!!!!!!! ऐसे तो बन चुके महान बस सब्र रखिये और चुनाव पर चुनाव करा कर महंगाई को इतना बढ़ा दीजिये कि आप गरीब क्या महा गरीब हो जायेंगे ................और हर घर से निकलेगा महा मानव ( अन्गुल्माली जैसा )...........अब आप रोटी क्यों फेक रहे है ...........कुत्तो को खिलने से बेहतर है कि किसी भूखे को खिल दीजिये क्योकि अगर वो भूखा रह गया तो आपके सामने ही वो महान बन जायेगा और भला आप ऐसा कैसे होने दे सकते है .........तो दौडिए और तलाशिये कोई भूखा !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! समझ रहे है ना पता चला सारे सुख आपके पास और सिर्फ आभाव के कारण कोई सुदामा को भगवन ( कृष्ण ) दो दो लोक दे देंगे ........इस लिए किसी को .................( वैसे भी किसी को आगे बढ़ता देखना आसान कब रहा)..............ये क्या आप सड़क पर सोने जा रहे है !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! हा हा हा हा समझा इसी बहाने कोई आकर कम्बल डाल जायेगा आपको बेवजह खरीदना नहीं पड़ेगा ........अब तो मान लीजिये कि गरीबी का अपना  मजा है .............और आपके लिए सुनहरा मौका ..............वैसे चुनाव आ रहे है !!!!!!!!!!! क्या कोई कटोरा लेकर आ गया !!!!!!!!!!!११ और देखिये ना कटोरा लेकर आपके दरवाजे आने वाला ...............नेता बनने जा रहा है ......और अब उससे मिलना तक आसान नहीं होगा ...............उसे ५०००० महीना भत्ता मिलेगा  ......हुआ न एक गरीब  का काया कल्प ...........क्या आप अमीर बनना चाहते है ???????????????????( व्यंग्य समझ कर पढ़ा जाये ).

Tuesday 8 October 2013

भगवन बिकता है ??????????????

भगवान बिकता है !!!!!!!!!!!!!!! कितने में
जनसँख्या बढ़ने का कोई फायेदा आपको हुआ हो या न हुआ हो पर भगवान की तो चांदी ही चांदी है ............क्या आपको भगवान से मिलना है तो आओ न कौन सा दर्शन चाहिए ...............१० . १०० , ५०० या १००० वाला फिर अगर वो कुछ बेच रहा है तो क्या हुआ वो भी तो भगवान के रास्ते पर है .........बेवजह लोग उसको ( अब नाम में क्या रखा है आप तो कुछ ज्यादा समझदार है जहा सुई न जाती हो वह तलवार डाल दे आप तो फिर किसी का भी नाम आप उछलने में कैसे पीछे रह सकते है ) बदनाम करते है ..........भगवान का नाम ही दरिद्र नारायण है ................तो अगर कोई दरिद्र आज सुलतान ...... से लखनऊ ????????? नहीं नहीं कही का भी राजा बन गया तो क्या हुआ ..............भगवान के रास्ते पर चलने वाले लोग ही तो इस दुनिया को बचाए है ....अगर वो ना होते तो भगवान को सोने का छत्र कौन चढ़ाता !!!!!!!!!!!!!!! क्या लकडहारा पेड़ नहीं काटता तो उसने कौन सा पाप कर दिया .................वो भी अपने पेट के लिए ही तो कर रहा है !!!!!!!!!!! भगवान को बेच कर दुनिया अगर अपना पेट भर सकती है तो उसने कौन सा गुनाह किया जो कागज बेच कर उसका पैसा रख लिया ............बच्चे ही तो भगवान की मूरत होते है और भगवान के लिए दिए गए पैसे को अगर उसने खुद खा लिया तो कौन सा अपराध हो गया ..क्या वो भगवान को नहीं समझता .................और भगवान ही क्यों देवी का रूप शक्ति का रूप ...किसकी औकात जो उनके आगे ठहरे ......वो तो उसने देवी को कंस बन कर इस लिए पटका ताकि पता तो चले कि देवी में कितनी शक्ति है और लीजिये देवी ने पटके जाने के बाद भी उस दुष्ट !!!!!!!!!!!!!! धर्मात्मा को अभयदान दे दिया कि अपने पटके ( या मारे ) जाने कि खबर वो किसी को नहीं बताएंगी ................अब आप ही बताइए महिषासुर कौन ?????????????? हुए ना वो भगवान वो भी कलयुग के .....................अब बताइए बिकता कौन है ????????????????( व्यंग्य समझ कर पढ़िए )

Sunday 6 October 2013

झूठ से बड़ा सच कौन सा ????????????????????

झूठ बोलना पाप है???????????????
पाप का मतलब ???????????? यही कि मारो अश्वत्थामा  हाथी और चिल्लाओ अश्वत्थामा मर मर गया बस एक सच आदमी ( द्रोणाचार्य ) को आप आसानी से मार सकते है !!!!!!!!!!!!!!! ये कौन सा बड़ा झूठ है !!!!!!!!!!और आप झूठ बोलते कहा है !!!!!!!!!!!!आप तो पूरी दुनिया को आसमान का रंग नीला बताते है अब आप ही बताइए आपके बारे में इससे ज्यादा क्या कहे !!!!!!!!!१११११ मानिये या ना मानिये जब कोई पूछे तो कहिये सारे भारतीय भाई बहन है .......पर जब रिश्ते में फस जाइये तो कह दीजिये कि इनको सारे भारतीय इतना मानते है इस लिए १०० प्रतिशत ब्लैक मेल कर रहे होंगे ( अपना लोगो को यही करके ही तो फसाते रहे है ) .अब बताइए कि क्या सच और क्या हो सकता है ...............और झूठ से बड़ा सच क्या होगा .......आलोक को मुट्ठी में बांध कर दिखायेंगे ..........हा हा हा क्या मिला .....सिर्फ अँधेरा ......अरे अरे यानि काला काला ......अब लीजिये सार काला या कालिख आपके चेहरे पर पुत गयी ...........फिर भी कहते है आलोक से रौशनी फैलती है ................हर पल कुत्ते ही दुनिया में बढ़ रहे है ( अरे भैया शेर तो आपकी गुलामी करने से रहा आपको तो दुम हिलाने वाले चाहिए तो लीजिये हर गली , नुक्कड़ घर में कुत्ते मिल जायेंगे )..............पर आपको सच सुनने की बीमारी ही नहीं लगी बचपन से ......वरना आपके माँ बाप ने सच का टीका ( चेचक के टीके आपकी बाहं पर लगे होंगे तो उसके दाग देखिये ) लगवाया जरुर होता ...............लेकिन आप भी क्या करें .......आप को झूठ बोलने का शौक कोई अम्मा के पेट से तो लगा नहीं ................ये दुनिया वाले क्या जाने ..आप ठहरे गागर के शिष्य जिन्होंने सीखाया कि लोग पैदा होते ही मरने लगते है और बेवकूफी में जन्मदिन मानते है ..............वैसे पाप सर चढ़ कर बोलता है और झूठ के आप पुजारी है ..तो बोलिए कि पेड़  हमने नहीं कटवाए ................ मेरे जानने में कोई अताम्हात्य नहीं हुई ..........कही पर महिलाओ का शोषण नहीं हुआ और सबसे बड़ी बात ये कि आप कंस है ...............अब भला कंस का मुकबल कृष्ण के माँ पिता नहीं कर पाए तो ये प्रजा कि क्या मजाल ..............आप जो चाहे करें आखिर गागर ने आपके सागर में यही तो भरा है ना ...................म्मफ कीजियेगा अगर झूठ बोल रहा हूँ ..............क्योकि मुझे पाप से दर लगता है ..........और आप जानते है कि पाप करके ही राम से अपनी मुक्ति करायी जा सकती है ..............आखिर कोई आप बेवजह तो झूठ बोल नही रहे ............आप जैसे को श्मशान में जगह मिलने से रही ................तो भगवन ही आपको तरेगा ना .है तो आप भी उसकी ही संतान ( माँ को अपना अँधा ,लूला , चोर , बदमाश लड़का भी प्यारा होता है )..............पर मेरी समझ में अभी नहीं आया कि जब झूठ भी एक खुद में सच है ......तो फिर पाप ???????????/ वाह वाह .............लगे रहो मुन्ना भाई ..कितना लड़ कर तो रोटी का जुगाड़ कर पाए हो चूकना नहीं .............वो देखिये रुपये पड़े है .................क्या क्या ..आप को सिर्फ वह कागज ही मिले .............आप को भला झूठ बोलने की क्या जरूरत ?????? क्योकि पाप आप जानते ही नहीं ..............वैसे आपका नाम क्या है ?????????????? बड़ा बढ़िया नाम है ....................सच को बदलो  झूठ ???????????? क्या ये नाम आपको पसंद  आया ( सिर्फ व्यंग्य की तरह ही पढ़ा जाये , इसका किसी से कोई सरोकार नहीं है )

Saturday 5 October 2013

गधा भी नाराज ???????????????

गधा नाराज है !!!!!!!!!!!!!!!!!
मनुष्य ने शब्द क्या बोलना सीख लिया वो हर बात में मतलब निकालने लगता है ..........पर भैया  गधे से ही पूछ लो कि वो नाराज क्यों है .......लो कह रहा है कि जब देखो तुम लोग आदमी को गधा कह कर डाटते हो ...............ये गधा अधिकार का उल्लंघन है हमारे भी कोई अधिकार और गरिमा है .............. हम  लोग तो भूल से भी कभी अपनों को आदमी नहीं कहते ...............और आदमी ही जानवरों के पीछे लगे रहते है वरना कौन जानवर आदमी के एक मिनट भी रुकना चाहता है ...................मेरी बात पर हसो मर आदमियों ..............किसको तुम लोग जंजीर से नहीं बांधते..............हम जानवरों को तुमसे बदबू आती है ...........पूरी दुनिया का गधा एक ही जैसा काम और व्यवहार का होगा पर तुम  आदमी कहो अपनों को समय पड़ने पर गधा कह दो ............. आदमी की कोई गरिमा है भी ????????????///और जानवर की ना जाने कितनी प्रजातियाँ खत्म हो गयी लेकिन वे आदमी के पास नहीं गए तो कहे का गरूर आदमी को ............किसी गधे के लिए कुछ लाड कर ले जा पाए और बड़े आये गधा कहने वाले ..............खबर दार जो आज के बाद किसी आदमी को गधा कहा .......इन्हें सिर्फ आदमी कहो ..........देखो आदमी का नाम सुनकर गिरगिट कैसे भागा जा रहा है ..........मैं तो गधे को आदमी कही का कह भी नहीं सकता .......इतनी बड़ी गाली?????????????????????*( इसको व्यंग्य समझ कर पढ़े और इसका किसी से कोई सरोकार नहीं है )

Friday 4 October 2013

क्या आप महिषासुर से दुर्गा को ??????????????????

महिषा सुर ...दुर्गा के पीछे
अब  आपको ये बताने की कोई जरूरत नहीं है कि महिष यानि भैस ....और भैस के आगे बीन बजाओ ...भैस खड़ी पगुराय ......... अब तो मान गए ना कि गयी भैस पानी में ..............पर भैस जैसे महिषा सुर को कहा ज्ञान वो तो दुर्गा ( लड़की ) के पीछे ही नहीं पड़ेंगे ...बल्कि दुर्गा को प्रताड़ित करेंगे .....दुर्गा को मारने का साहस भैस जैसे ही लोग ( आज कल ऐसे भैसे ........के आस पास भी मिल जाते है ..इसका चेहरा छोड़ कर शरीर बस मनुष्य जैसा दिखाई देता है ).............अब इन्ही महिषा सुर को तो आप लेकर उसकी रक्षा करने के लिए तत्पर है ................आपकी अक्ल बड़ी या फिर ये भैस ........चलिए भैस को क्या कहे .............जब सामने महिषासुर मर्दनी हो ..................संभल कर देखिये कही किसी दुर्गा को आप चोट न पंहुचा दे .........आखिर आप तो मनुष्य ही नही ना ................आपको दुर्गा कहा दिखाई देती है तभी तो ले तमाचा दे तमाचा ............और महिषासुर सामने आ जाता है .....पर आप ऐसे महिषासुर को कैसे मार सकते है ........इसके लिए तो माँ को ही आना पड़ेगा ............क्या आप ऐसे भैस को रोक पाएंगे नवरात्र में ....................कभी अपनी बेटी में , माँ में और पत्नी , बहन में आपको दुर्गा दिखाई दी ????????????????????या  सिर्फ मांस !!!!!!!!!!!!!!!!!! आप सभी को नव रात्रि कि शुभ कामना आखिर महिषासुर के लिए आपको शुभ कामना तो देना ही पड़ेगा (  व्यंग्य समझ कर पढ़े )

Thursday 3 October 2013

राम वही जहा मरा मरा!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

राम वही जहा मरा???????????????
कितनी अजीब  बात है कि आप को इतना भी नही पता कि राम उसी के पास है जिसको मरा कहने की आदत है ...पर आप तो अपने घर में दो बार मरा मरा कहते नही है कि घर वाले आपको मनहूस बना देते है .......यानि घर में राम आते आते रह जाते है !!!!!!!!!!!!!!!! तो अब देर किस बात की आप समझ ही गए कि आपको राम राज्य स्थापित करने के लिए क्या करना है ????????????? जिसे पाइए लूटिये , दक डालिए ...देश को बर्बाद कर डालिए .............अनपढ़ और देश से ज्यादा अपने लिए सोचने वालो को तुगलक बना दीजिये ...लड़की का कोई भी दर्द सुनिए ही नहीं ...बस फिर क्या है .........................राम राज्य आ ही जायेगा .........जब मरा मरा कहते कहते राम राम निकलने  लगता है तो फिर सारे भ्रष्टाचार से राम राज्य क्यों नहीं ????????????? अब आप मुझको घूरने क्यों लगे .......मैं क्या कह रहा हूँ आप ही बचपन से रटते आये है .कीचड़ में कमल होते है .........तो फैलाइए ना कीचड़ ...आपको कमल ही तो मिलेगा .......वही देश को चला पा रहे है जो चारा खा पा रहे है ...............आपको खाना खाने कि आदत क्या पद गयी बस दिन रत उसी में जुटे रहिये ....यानि आदमी बनते बनते जानवर ???????????? अब ये तो आप ही मरा मरा कह कर कह रहे है ना !!!!!!!!!!!!!!!!!!अच्छा आपको क्या लगता है रावन बनना जरुरी नहीं है ????????????????? मतलब आप राम से मिलना नही चाहते ????????? अरे अरे ये क्या आप उस लडकीको तमाचा क्यों मार रहे है ?/////////उसका अपहरण क्यों कर रहे है ????????//// और अब देश को गिरवी रख रहे है ??????????????// क्या राम राज्य आने वाला है !!!!!!!!!!!!!!!!!!!! तो रुक क्यों गए पूरे देश को नंगा कर दीजिये !!!!!!!!!!!!!!! करेंगे ना आखिर मरा कहने से राम जो मिलते है ............रत्नाकर में बाल्मीकि जो मिलते है ????????????चलिए अब डॉ फेना के तमाचा सम्ह्रोह में चलते है और देखते है कैसे रावन बनते है !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!राम .........तो आप भी कह ही डालिए मरा मरा (व्यंग्य समझ कर ही पढ़ा जाये )

Wednesday 2 October 2013

गाँधी जी आपकी जेब में है !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

गाँधी ही क्यों ???????????????????
क्या शास्त्री जी भी आज ही पैदा हुए थे ................पर आप भला उनका नाम क्यों ले .गाँधी कहने से देश में चलने वाले हर रुपये पर उनका चेहरा  जो आता है .......और जो रुपये के साथ है वो आपके साथ है क्योकि जब आपकी जब गरम रहेगी तभी तो मजा ले सकेंगे ...............मैं नहीं आप खुद ऐसा कह रहे है .........गाँधी हर समय जेब में रहता है क्योकि देश में अब रुपये से ऊपर बचा ही क्या है ......................पर शात्री कौन थे ?????????????? होंगे कोई गरीब ...............क्या कह रहे है वो तो देश के प्रधान मंत्री थे ................यार ये भी  कोई प्रधान मंत्री की कहानी है कि जब मरे तो जो कार ली थी उसका भी उधर लिया था और मरने के बाद घर वाले कर्ज उतारते रहे ..................पता नहीं शास्त्री जी क्यों नहीं समझ पाए .अरे आज के नेता से ट्रेनिंग ले लेते ...........कार कर्जे से वो भी एक टूटुर पुंजिया  नेता तो लेता नहीं नहीं कहिये तो देश को कर्जे में डुबो दे ...........अब एक कर्ज दार प्रधान मंत्री से कौन अपना रिश्ता ( देश में अगर रिश्ते दार यहाँ तक माता पिता अगर गरीब है तो लोग अपना रिश्ता नहीं बताते )......जोड़े .......गाँधी की बात और है कम कम से सुबह से शाम तक हर भारतीय  के लिए  वाहक बन कर जेब में रुपये तो लाता है .............क्या अब भी आपको लगता है कि कर्जे तक अदा न कर पाने वाले शास्त्री को हमें जन्मदिन की शुभ कामना देनी चाहिए ??????????????? देखिये कही आपकी जेब से रूपया गिर ........मतलब गाँधी जी निकल न जाये  ( व्यंग्य समझ कर पढ़िए )

Tuesday 1 October 2013

क्या कहेंगे आप ????????????

गाँधी जी या बापू जी ..................
मैं १९९७ में गुजरात  के सुरेन्द्र नगर की तहसील लिमडी में काम कर रहा था ........जिनके घर में मैं रहता था उनकी लड़की सिंदूर बिछिया लगाये रहती थी ....कई दिन बीत गए पर ना तो मैंने उसको ससुराल की बात करते देखा और ना ही उसका पति कभी आता ...........एक दिन मैंने पूछा तो पता चला कि वो अभी अविवाहित है ...........तो ये सिंदूर ...बिछिया ......पता चला कि राज घराने के या राज घराने से जुड़े लोगो को वहा बापू  कहा जाता है और अविवाहित लडकियों के लिए ये बापू लोग काफी खतरनाक होते है .इस लिए लडकिया सिंदूर लगा कर आभासी विवाहित होने का भ्रम पैदा करके अपनी गरिमा को बचाती है .............और शायद मैं सही हूँ क्योकि गाँधी जी बापू इसी लिए कहलाते थे क्योकि उनके पिता दीवान थे .......और लड़की के चक्कर में फसे बापू जी के घर भी राज घराने से सम्बंधित था .................अब हर समय यही न समझिये कि बस व्यंग्य चल रहा है .........एक ऐसा सत्य जो मैंने सुना देखा ...और विश्लेषण पर सही लगता है .............तो अब आप सोचिये कि बापू या ...........................गाँधी जी ..........गरिमा किस्मे है .सोचना है आपको ...............क्योकि कल २ अक्टूबर है ..................क्या गाँधी जी .खुद आज के दौर में बापू कहलाना पसंद करेंगे ??????????????????????