Thursday 21 June 2012

bhagwan ko nhi dekha is desh me >????????????

हम भगवन को से रोज मिलते है और आप ???????????????
आज सुबान सुबान जब मई मंदिर पंहुचा तो देखा कि काफी लोग पूजा करने आये है  पता नही नहाये धोये लोग पूजा से ज्यादा इस बात को बर्र बार देख लेते थे कि कही भगवन मेरी पूजा से प्रसन्न होकर दर्शन देने से पहले परीक्षा ना लेने लगे ...और चप्पल ही गायब कर दे ...भगवन का क्या वो तो कुछ भी कर सकते है ....मंदिर में जेब ही कटवा दे .....सोने कि चैन ही खिचवा दे ......और तो और मैंने देखा एक माहि ला एक पुरुष से कुछ परेशां थी क्यों कि बह्वन उस पुरुष में खुश कर उस महिला के सतीत्व कि जांच कर रहा था और करे भी क्यों न आखिर त्रि देव ने तो अनुसूया से नग्न आकर खाना खिलने को कहा था तो  फिर यह परीक्षा तो काफी छोटी लग रही थी ...मैंने तुरंत भगवन कि परछाई उस पुरुष में देख उसके आगे सर झुकाया ....और खुश होता हुआ उसी के पास खड़ा हो गया ....मेरे पेट में तो दर्द रहता ही ...और मेरे क्या इस देश में कही भी लाइन लगी हो और सब चुप रहे तो समझ लीजिये कि आप भारत में है ही नही ......खैर मैंने भगवन कि आरती की तरह  उनसे प्रपंच का गाना शुरू किया ........क्या आप ने भगवन को देखा है ?????????? पर वो तो चुप ऐसा लगा उनके अंदर का बैठा  भगवान मुझको कच्चा खा  जायेगा और यही अगल बगल देख कर लगा ...मैंने  क्या कोई गलत बात कह दी ?????????  ओह ओह आप सोच रहे है की कैसा पागल है यह भगवान को देखने की जरुरत क्या यहाँ सब  तो पहुचे हुए ऋषि है ,,,,,,,,,,,,,,,,,, हा हा आपको विश्वास दिलाने के लिए मुझे प्रमाण तो देना पड़ेगा ...आखिर हम सब इतने ....झुट्ठे ??????? मेरा मतलब अंधे  .....क्या हो रहा है मुझे ...सच्चे है तो किसी पर विश्वास क्यों करेंगे ??????? जब भगवान बनने की चाहत हुई लगा दिया किसी औरत के चरित्र पर आरोप दिया और लोक समाज और तो और लोक तनतंत्र की स्थापना के लिए औरत दे  अगनी परीक्षा आखिर समाज को बनाने के लिए भगवान को यह तो करना ही पड़ेगा .....आरे यह क्या आपने सिर्फ समाज के कहने पर औरत को जंगल भेज दिया .....आरे भाई वो गर्भवती है .............और आप बार बार यही कह रहे है की मर्यादा और समाज के खातिर ये सब करना जरुरी है .........पर आप के भगवान बनने के कारन लीजिये अपने अपमान के कारन और जमीन में धंसी जा रही है ..मेरा मतलब फांसी लगाये ले रही है ......वो देखिये देश की हर नायाय्लय में औरत अपने चरित्र  को आपके लोक और मर्यादा के लिए साफ़ दिखने में जुटी है ......चलिए आपके इस प्रयास से हर गली चौराहे पर मर्यादा  पुरुषो .............तो दिखाई देने लगे है ....कलयुग में भगवान के दर्शन हो जाये तो समझो जीवन धन्य हो गया .................पर आपको तो सभी भगवान को देख कर मरने का मन है ....और हो भी क्यों ना आखिर वैतरणी जो पार करनी ...स्वर्ग जो जाना है ............नरक ( गन्दी बस्ती , गरीब लोगो  के जीवन )  से होकर कौन गुजरना चाहेगा ....शायद कोई बेवकूफ ही होगा जो ऐसा सोचे ...खाई लीजिये दुसरे भगवान से मिलिए ...............क्या आपके घर चोरी हो गई .......बगल के घर में भी ....और लीजिये अब तप पूरा समाज चिल्ला रहा है है ...कि मेरे यहा भी ....मेरे यहा भी ...........ये क्या ये क्या पूरा देश पागल हुआ जा रहा है क्यों कि पुइरा देश चोरी से परेशान हुआ जा रहा है !!!!!!!!!!!!! पर हम तो ....इसी में मस्त है .....मेरे तो गिरधर गोपाल दुसरो ना कोई .........तो इतना चिल्ला क्यों रहे है ....भगवान फिर प्रजातंत्र में वेश बदल कर आ गए है ....उथियेर उनके पैर छू लीजिये ....पूजा कीजिये ...आरे आरे आप इनको राजा , कलमाड़ी , बंगारू   लक्ष्मण   और न जाने क्या कह रहे है ...यह तो भगवान है जिनको चोर कहलाना अच्छा लगता है ...और आप ही ने माखन चोर कह कर इस देश के भगवान को इतनी इज्जत दी है और जब ...चोर आपके सामने है ...तो आप यशोदा ( कोर्ट ) से शिकायत कर रहे है ????????? लीजिये सुनिए ....माखन चोर .....हा हा ...पैसा चोर ....जमीं चोर .....देश कि रक्षा के चोर ....अस्मिता के चोर , टैक्स के चोर ..... राष्ट्र मंडल खेल के चोर .....२जी  स्पेक्ट्रम के चोर ....देखिये देखिये किनी बल सुलभ तरीके से यशोदा ( नायाय्लय ) से कह रहे है ....मैया  मोरी  मै नही माखन खायो ......और यह क्या यशोदा ने सब चोरो को गले लगा लिया /....और चोर कहने वालो को भगा दिया ....अच्छा भला भगवान ( प्रजातंत्र के गिद्ध ) को चोर कौन कह सकता है .........पर आपको तो इन चोरो कि वजह से भगवान के दर्शन हर मोड़ पर हो रहे है ...........पर रुकिए रुकिए .....यह मत भूलिए कि मनुष्य के लिए पृथिवी बनी है ...हर गली महले में इतने भगवान दिखाई देने लगे है ...क्या होगा इस देश का ..........आरे भाई होगा क्या भगवान आते ही है ..भक्तो के लिए और भक्तो को भी तो अब मर्यादा पुरुषो .......और माखन चोर के अलावा कुछ पसंद नही ..........जय हो कलयुग कि ...पहले इस देश में एक भगवान आते थे अब तो पूरा देश भगवान से भर रहा है ...............क्या आप को अब भी लगता है ...कि आपने इस देश के भगवान को नही देखा ...........मेरे तो गिरधर गोपाल दुसरो न कोई ...............भगवान भगवान आप तो कण कण में हो ........आइये आप भी देख लीजिये भगवान को ...और न मिले तो आज किसी कोर्ट चले जियेगा .....बस फिर ना कहेंगे  कि भगवान को नही देखा ..............आखिर पूरी दुनिया में भगवान ने अगर जन्म लिया तो वो भारत में ही ...................अखिल भारतीय अधिकार संगठन

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